ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहे दो मुद्दों पर एक नज़र..
भारत में राजनीति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा चलती ही रहती है। हालाँकि बहुत से लोग इससे बचते भी हैं। भारत में जीवंत लोकतंत्र है इसलिए विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक पृष्ठभूमि के लोग अपनी समझ और पसंद के हिसाब से अपनी बात रखने से हिचकते नहीं है। वैसे तो हमारे चारो तरफ कहीं न कहीं राजनीति और नेताओं पर गरमा-गरम बहस चलती रहती है। लेकिन उसका पता सबको नहीं चल पाता। जहाँ तक सोशल-मीडिया पर होने वाली बहस का सवाल है तो उसकी पहुँच बड़े वर्ग तक होती है। और अगर बहस दिलचस्प हो तो उसकी चर्चा मुख्यधारा की मीडिया से लेकर ऑनलाइन न्यूज पोर्टलों तक पहुँच जाती है। ट्वीटर से हम सभी परिचित हैं। इस पर रोज कई छोटे-बड़े मुद्दे ट्रेंड करते हैं। ट्रेंड से मतलब हैशटैग के साथ किसी विचार( जैसे- #राहुल-जी-पीएम-बनेंगे) के पक्ष या विपक्ष में हज़ारों-लाखों लोग ट्वीट करते हैं जिसे उस विषय का ट्रेंड करना कहा जाता है। लोग अपनी राय रखते हैं कभी-कभी गंदी-गंदी गालियों का प्रयोग होता है। लेकिन एक बात तो है कि जो विषय भी ट्रेंड करता या कराया जाता है उस पर आए ट्वीट पढ़कर काफी कुछ नया जानने को भी मिलता है। मुद्दे विशेष पर तमाम देशवासियों की राय जानने को मिलती है। मैं भी आज आपको आज ट्रेंड हुए दो मुद्दों पर लोगों की राय से अवगत कराना चाहता हूंँ।
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24 जुलाई 2021 के दो ट्रेंड |
24 जुलाई 2021 पर ट्रेंड कराया गया राहुल जी पीएम बनेंगे!
24 जुलाई 2021 को ट्वीटर पर जो मुद्दें ट्रेंड कर रहे थे उनमें से दो मुझे काफी दिलचस्प लगे। दरअसल इन पर आए ट्वीट काफ़ी दिलचस्प लगे। आप भी पढ़ें। सबसे पहले देखते हैं कि राहुल गांधी के समर्थकों और उनके विरोधियों की राहुल गांधी के पीएम बनने या न बनने को लेकर क्या राय है। दरअसल #राहुल-जी-पीएम-बनेंगे ट्रेंड कराया जा रहा था(जी हाँ सियासी पार्टियाँ और उनके समर्थक इस तरह के कारनामे करते रहते हैं)। राहुल गांधी के समर्थक उनके पक्ष और विरोधी उनके विपक्ष में दिलचस्प दलील रख रहे थे।
राहुल गांधी के समर्थकों की दलील
कांग्रेस समर्थकों का मानना है कि चूँकि राहुल ने किसानों और गरीबों की की आवाज उठाई है, महिलाओं की सुरक्षा और युवाओं को रोजगार की बात की है। उन्होंने देश में आर्थिक सुधारों की भी बात की है इसलिए राहुल गांधी देश के लिए महत्वपूर्ण हैं। एक अन्य यूजर को लगता है कि राहुल गांधी देश की वास्तविक आवाज है। राहुल समर्थकों ने मोदी समर्थकों पर मीम शेयर किया।
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राहुल के समर्थन में ट्वीट |
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राहुल समर्थक |
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'भक्त' का होगा ऐसा हाल! |
कांग्रेस विरोधी भी कहाँ पीछे रहने वाले थे। उनके विचारों को भी जान लीजिए।
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अच्छा जी! |
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ऐसा क्या? |
वहीं कुछ भाई लोग ममता बनर्जी और तारक मेहता के उल्टा चश्मा वाले को पीएम पद का बेहतर दावेदार बता रहे थे।
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जोश आ गया सच्ची में! |
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ये मुझे मरवाएगा! |
ये तो हुई एक राहुल गांधी को पीएम बनाने वाले ट्रेंड की बात। अब एक और ट्रेंड की बात करते हैं। हाल ही में बीएसपी प्रमुख सुश्री मायावती ने ऐलान किया था कि वो ब्राह्मणों समाज को साधने के लिए ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन करेंगी। बस फिर क्या था..कुछ लोगों को शायद यह अच्छा नहीं लगा या फिर उनके राजनीतिक विरोधियों ने कोई चाल चली कि ट्वीटर पर #BSP_मिशन_भूल_ गई ट्रेंड करा दिया। इस ट्रेंड के पक्ष में ट्वीट पढ़कर लगता है कि वो बीएसपी बहुजन समाज के हितों से समझौता कर अपने मिशन से दूर हट गई है। हालाँकि कुछ लोगों ने बीएसपी का समर्थन भी किया।
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जे बात है! |
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अपना-अपना राग |
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बड़ा ग़ुस्सा है भाई! |
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आँखे खोलो! |
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जनता समझ गई?
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तो यह थी ट्वीटर पर ट्र्रेंड कर रहे दो मुद्दों पर लोगों मिली-जुली राय। आपको यह प्रस्तुति कैसी लगी इसका पता तो आपकी प्रतिक्रियाओं के बाद ही लगेगा। लेकिन उम्मीद यही है कि आपको भी लोगों के रचनात्मक ट्वीट पसंद आएँगे। एक बात गौर करने वाली है कि लोग अपनी राय बेखौफ सामने रखते हैं जो कि एक अच्छी बात है। बहस, वाद-विवाद के बगैर तो लोकतंत्र की कल्पना ही नहीं की जा सकती। इसलिए मुझे ऐसी बहस (भले ही प्रोयजित है) और तर्कबाजी बुरी नहीं लगती। बस थोड़ा सा इतना ध्यान जरूर रखा जाना चाहिए कि शब्दों की मर्यादा न टूटे(जो कि अक्सर टूट जाती है)। फेक़ न्यूज जितना हो सके बचे। झूठे तर्क कतई न रखें, विरोध जमकर किया जाए लेकिन नफ़रत न की जाए जैसा कि आजकल देखने में आता है। बाकी तो जो है सो है। धन्यवाद।
-वीरेंद्र सिंह
आपकी लिखी रचना सोमवार 26 जुलाई 2021 को साझा की गई है ,
जवाब देंहटाएंपांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
आदरणीय संगीता स्वरूप जी....आपका बहुत-बहुत आभार। सादर।
हटाएंउव्वाहहहह..
जवाब देंहटाएंसुबह-सुबह तोला भर खून बढ़ा दिया
आभार..
सादर..
आपकी प्रेरणादायी टिप्पणी से मेरा दिन बन गया।आपका बहुत-बहुत आभार।
जवाब देंहटाएंबड़ा ही रोचक संकलन। अब कहीं और जाने की क्या आवश्यकता?
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आपका स्वागत है। आपका बहुत-बहुत आभार।
हटाएंसमसामयिक घटनाओं का रोचक संकलन ।
जवाब देंहटाएंआपका बहुत-बहुत आभार। बधाई।
हटाएंबहुत ही सुन्दर रोचप पोस्ट।
जवाब देंहटाएंSudha जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।,
जवाब देंहटाएंबहुत मजेदार और रोचक तरीके से लिखी गई सुंदर पोस्ट।
जवाब देंहटाएंज्योति जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार।
हटाएंपक्ष-विपक्ष बस अब दो ही मुद्दे हैं हर कहीं।
जवाब देंहटाएंरोचक विश्लेषण।
सादर।
श्वेता जी आपका बहुत-बहुत आभार और धन्यबाद।
हटाएंबहुत रोचक पोस्ट
जवाब देंहटाएंउषा जी ब्लॉग पर आपका स्वागत है। आपका बहुत-बहुत आभार। ब्लॉग पर आगे भी आते रहिएगा।
हटाएंसादर।
बहुत बढ़िया, ट्वीटर ट्रेड पर खूब कलम चली।
जवाब देंहटाएंजी प्रयास तो यही था। किसी को नाराज नहीं करने की अघोषित शर्त के दायरे में आगे बढ़ना था। ब्लॉग
हटाएंपर के लिए आपका बहुत-बहुत आभार।
बहुत ही बढ़िया.… आनंद आ गया ।
जवाब देंहटाएंआपका बहुत-बहुत धन्यवाद अमृता जी। सादर।
हटाएंबहुत रोचक सुंदर पोस्ट
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत आभार आपका। सादर।
हटाएंसौ टके सही बात बड़ी रोचक ढंग से कही आपने। लोकतंत्र में हम सबके विचारों को यदि ध्यान से और बिना किसी पूर्वाग्रह के सुनें तो उससे कभी कभी बड़ी अच्छी और विचारोत्तेजक बातें निकल कर आती हैं।
जवाब देंहटाएंविश्वमोहन, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। सादर।
हटाएंराहुल बाबा तो जितना न करें कम है ... साथ देने वाले और विपख में रहने वाले भी जानते हैं असल दम कितना है बाबा में ...
जवाब देंहटाएंरोचक लेख आपका ...
आप का बहुत-बहुत धन्यवाद सर। लंबे समय बाद आये हैं आप।
हटाएंबहुत ही रोचक लेख सामायिक विषय को सुंदरता से उकेरा है आपने,आदान प्रदान से बहुत से विचारों का मंथन हो सकता है ।
जवाब देंहटाएंसार्थक पोस्ट।
कुसुम जी आपका बहुत-बहुत आभार। सादर।
हटाएंबहुत बहुत रोचक सराहनीय लेख
जवाब देंहटाएंवाह बहुत बढ़िया लिखा है अपने। बाकी राहुल गांधी का तो ट्विटर अकाउंट ही ब्लॉक कर दिया गया😅
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